- उम्मीदों के सहारे जिंदा रहना और जीना खुद को धोका देना है .
- बन्दे को अपने मालिक के सेवा किसी से उम्मीद नहीं रखनी चाहिए .
- अपने गुनाहं के सेवा किसी से नहीं डरना चाहिए .
- आकिल अपने अम्ल और जहिंल अपनी उम्मीदों पर भरोसा करता है .
- बुरी औरत से वफ़ा और मुहब्बत की उम्मीद रखना इतना ही मुश्किल है जितना की जुगनू की आग से दिया रौशन करना
- उससे बढ़ कर बेवकूफी नहीं हो सकती की आग का बीज बोवो और जन्नत की उम्मीद रखो .
- फजूल उम्मीदों पर भरोसा मत करो ये अहमकों का सरमाया है .
- हमें ना उम्मीद' मायूस और पस्त नहीं होना चाहिए .
- इस लिए उम्मीद पर दुन्याँ कायम है .
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Friday, February 11, 2011
UMMED
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